20 मई 2009

डॉ0 महेन्द्र भटनागर के काव्य-संग्रह राग-संवेदन की कविता - "नहीं"

लेखक - डा0 महेन्द्र भटनागर का जीवन परिचय यहाँ देखें
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(6) नहीं
लाखों लोगों के बीच
अपरिचित अजनबी
भला,
कोई कैसे रहे!
उमड़ती भीड़ में
अकेलेपन का दंश
भला,
कोई कैसे सहे!
असंख्य आवाज़ों के
शोर में
किसी से अपनी बात
भला,
कोई कैसे कहे!

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डा. महेंद्रभटनागर,
सर्जना-भवन,
110 बलवन्तनगर, गांधी रोड,
ग्वालियर — 474002 [म. प्र.]
फ़ोन : 0751-4092908
मो.: 09893409793
E-Mail :
drmahendra02@gmail.com
E-mail :
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